बिहार राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन - ग्रामीण विकास मंत्रालय का उददेश्य ग्रामीण गरीब परिवारों को देश की मुख्यधारा से जोड़ना और विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये उनकी गरीबी दूर करना है।

इसी बात को ध्यान में रखते हुए मंत्रालय ने जून, 2011 में आजीविका-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) की शुरूआत की थी।

ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार ने 01 अप्रैल, 2013 से प्रभावी स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना के पुनर्गठन से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की शुरूआत की है ।

समूह सखी को समूह में कराए जाने वाले कामों के अनुसार उनको वेतन दिया जाता है या वेतन 1500 से लेकर ₹6000 तक हो सकता है।

बिहार ग्रामीण आजीविका संवर्धन संस्था के माध्यम से, ग्रामीण विकास विभाग के तहत एक स्वायत्त निकाय, विश्व बैंक सहायता प्राप्त बिहार ग्रामीण आजीविका परियोजना का नेतृत्व कर रही है।

बता दें कि कुल कुल 19 पदों पर उम्मीदवारों की भर्ती की जाएगी, सभी एलिजिबल व इच्छुक अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

केन्‍द्र द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम को राज्‍यों के सहयोग से लागू किया गया है। इस मिशन को 2011 में लॉंच किया गया था। यह राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन 29 राज्‍यों लागू किया गया है।

मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना

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